खनियाधाना को जिला बनाने मांग को लेकर हुई मेराथन दौड़ : 2003 से उठ रही हैं पिछोर-खनियाधाना को जिला बनाने की मांग, साढ़े तीन किलोमीटर दौड़े युवा
शिवपुरी के खनियाधाना में आज खनियाधाना को जिला बनाने की मांग को लेकर मेराथन दौड़ का आयोजन मोटसाइकिल टीम के द्वारा किया गया। इस आयोजन में खनियाधाना को जिला बनाने की मांग को लेकर भारी संख्या में धावक और जनता जुडी थी। आयोजन में मुख्य रुप पिछोर विधायक प्रीतम लोधी के सुपुत्र राकेश लोधी, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रतिनिधि मनीष अग्रवाल के साथ खनियाधाना के अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए थे।
जिला बनाने की मांग को लेकर साढ़े तीन किलोमीटर दौड़े युवा -
साढ़े तीन किलोमीटर की मेराथन दौड़ की शुरुवात सिलपुरा खेल मैदान से हुई थी इसका समापन खनियाधाना बस स्टैंड पर हुआ था। इस दौड़ में करीब 100 युवाओं ने हिस्सा लिया था। जो खनियाधाना को जिला बनाने की मांग की टीशर्ट पहन कर दौड़े थे। आयोजन समिति ने मेराथन को जितने वालों को पुरुष्कृत भी किया था। पहला स्थान अरविन्द यादव पुत्र राजकुमार निवासी डबियाकलां ने हासिल किया था। जिन्हे 21000 रूपये का पुरुष्कार से सम्मानित किया गया। दूसरा स्थान अंकित पाल पुत्र संग्राम पाल निवासी खनियाधाना प्राप्त किया उसे 11000 रूपये का पुरुष्कार दिया गया। वहीँ तीसरे स्थान पर अनुराग यादव आये थे जिन्हें आयोजन समिति ने 5100 रूपये के पुरुष्कार से सम्मानित किया गया।
पिछोर के बाद अब खनियाधाना को जिला बनाने की मांग उठी -
शिवपुरी जिले की पिछोर विधानसभा को जिला बनाने की मांग 2003 से उठती चली आ रही हैं। पिछले दो विधानसभा चुनाव में भाजपा कई बार पिछोर को जिला बनाने की घोषणा कर चुकी हैं। लेकिन अब तक पिछोर को जिले का दर्जा नहीं मिल सका हैं। लेकिन अब खनियाधाना को पिछोर की जगह जिला बनाने की मांग उठने लगी हैं। इसी मांग को लेकर आज इस मेराथन दौड़ का आयोजन किया गया। प्रवीण सोनी ने बताया कि खनियाधाना को जिला बनाने की मांग को लेकर आज यह कार्यक्रम किया हैं। इस मांग को लेकर भोपाल पैदल मार्च की भी तैयारी कर रहे हैं। मोटरसाइकिल टीम के अध्यक्ष अरुण झा ने बताया कि खनियाधाना से जिला मुख्यालय 100 किलोमीटर से दूर हैं। हर छोटे बड़े काम के लिए नागरिकों ने शिवपुरी जाना पड़ता हैं। कई लोगों के काम एक दिन में पूरे नहीं हो पाते है। इससे क्षेत्र की जनता को रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर रात गुजारनी पड़ती हैं। वहीं इलाज के लिए 100 किलोमीटर दूर मरीजों को रैफर किया जाता हैं। ऐसी कई परेशानियां हैं। जिससे क्षेत्र की जनता जूझ रही हैं। इसी के चलते खनियाधाना को जिला बनाने की मांग ष्ट्रीय लोगों द्वारा की जा रहे हैं।