शिवपुरी : साहित्य परिषद की आत्मबोध से विश्वबोध कार्यशाला सम्पन्न।

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साहित्य परिषद की आत्मबोध से विश्वबोध कार्यशाला सम्पन्न।

शिवपुरी:-अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला शिवपुरी के तत्वावधान में विभागीय आत्मबोध से विश्वबोध कार्यशाला स्थानीय मातोश्री गार्डन में सम्पन्न हुई।जिसमें गुना,अशोकनगर श्योपुर व शिवपुरी साहित्य परिषद के कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।

ग्वालियर से पधारी साहित्य परिषद की प्रान्त मंत्री डॉ करुणा सक्सेना ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि नारी भारत मे सदैव से आधार स्तम्भ रही है,हर क्षेत्र में नारी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चली है।नारी से ही सृष्टि का अस्तित्व है,और भारत मे सदैव से नारी की पूजा की जाती रही है,पंरन्तु कुछ लोग अनर्गल प्रलाप कर भृम फैलाने में लगे है।









दतिया से पधारे प्रान्त मंत्री डॉ ब्रह्मदत्त श्रीवास्तव ने कहा कि भारत मे गुपचुप तरीके से घिनोने षड्यंत्र चल रहे है,आर्य बाहर से आये,ऐसा भृम का जाल फैलाकर कतिपय तत्व विदेशी शक्तियों के हाथों की कठपुतली बनकर काम कर रहे है,और भारतीय सभ्यता के मूल स्तम्भ वनवासी बंधुओ के बीच दुष्प्रचार करने में लगे है।

राघोगढ़ महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य गीता प्रतिष्ठानम के अध्यक्ष डॉ जवाहरलाल द्विवेदी ने इस अवसर पर कहा कि जात पात की गहरी खाई खोदकर कई लोग अपनी रोटियां सेंकने में लगे है,वर्ण व्यवस्था जो भारत की मूल व्यवस्था रही है,उसे धता बताने में लगे है।निजी स्वार्थों की पूर्ति में भारतीय ज्ञान दर्शन की अवहेलना में कई लोग लगे है।

यूथ थिंकर की जान्हवी नाइक ग्वालियर ने इस अवसर पर तथ्यों के साथ सभी के बीच प्रस्तुत किया कि किस तरह मूल तथ्यों के साथ छेड़छाड़ कर गलत इतिहास परोसा जा रहा है,जान्हवी ने बताया कि हमारा दुर्भाग्य है कि गलत को ही हम सही मान रहे है या कई ऐसे षड्यंत्रों को समझ नही रहे है जो सुनियोजित ढंग से चल रहे है।

प्रान्त महामंत्री आशुतोष शर्मा ने कहा कि 5127 वर्ष पूर्व महाभारत युद्ध के बाद से भारत मे जिस तरह सभ्यता का ह्रास होना शुरू हुआ,ज्ञान दर्शन से दूरी गेर विज्ञान सम्मत मानने की जो भूले हुए उससे आज समस्याएं जटिल रूप धारण कर चुकी है।

तीन सत्रो में हुई गोष्ठी में सर्वप्रथम जिलाध्यक्ष श्याम बिहारी सरल ने सभी का स्वागत किया, श्योपुर से आये लोकेश तिवारी ने आत्मबोध से विश्वबोध विषय की संकल्पना प्रकट की।संचालन डॉ योगेंद्र शुक्ल ने तो धर्मेंद्र धाकड़,रजनी राठौर,दिनेश विश्वकर्मा ने भी सत्र व्यवस्था संभाली।

चारो जिलों से अपेक्षित श्रेणी के प्रमुख कार्यककर्ताओ ने सहभागिता की।आभार श्यामबिहारी सरल व यशवंत भार्गव ने माना।

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