नूतन वर्षअभिनंदन समारोह चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को सृष्टि का निर्माण हुआ ब्रह्मदेव ने इसी दिन ब्रह्मांड की निर्मिती की उनके नाम से ही ब्रह्मांड नाम प्रचलित हुआ सतयुग में इसी धन ब्रह्मांड में विद्यमान ब्रह्म तत्व पहली बार निर्गुण से निर्गुण शगुण स्तर पर आकर कार्यरत हुआ, तथा पृथ्वी पर आया ब्रह्मदेव द्वारा निर्माण की गई सृष्टि परिपूर्ण हुई उस दिन गुड़ी अर्थात धर्म ध्वजा खड़ी कर यह दिन मनाने जाने लगा । विश्व गीता प्रतिष्ठानम् के तत्वाधान में संचालित गीता स्वाध्याय मंडल शिवपुरी द्वारा आज नूतन वर्षअभिनंदन समारोह का कार्यक्रम झांसी रोड स्थित भूमिया बाबा हनुमान मंदिर पर प्रातः 6:00 से 7-40 तक संपन्न हुआ ।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी भक्तों ने सूर्य नारायण का आवाहन किया सूर्य निकलते ही जल अभिषेक अर्ध्य चंदन अक्षत पुष्प समर्पित कर घी की बत्ती जला कर शंख झालर की झंकार से आरती उतारी तदोपरांत पुष्पांजलि और भगवान भास्कर को बारह नामों से प्रणाम किया आज ही के दिन इस सृष्टि की रचना ब्रह्मदेव द्वारा की गई इसलिए ब्रह्मा जी को तीन बार ओंकार ध्वनि से ब्रह्मनाद किया । गीता पूजन देव दर्शन और एक दूसरे को चंदन अक्षत लगाकर सभी ने नए वर्ष की शुभकामनाएं दीप्रतिष्ठान् द्वारा सभी भक्तों से आग्रह किया की साय काल अपने दरवाजे पर दो दीपक अवश्य जलाएं और पड़ोसियों से भी जलवाए ।सेंकडौ उपस्थित कार्यक्रम में प्रतिष्ठानम् के केंद्रीय संगठन मंत्री विष्णु प्रसाद शर्मा केन्द्रीय संयुक्त मंत्री रमेश कोठारी स्वाध्याय मंडल संयोजक सुनील भार्गव जिला संयोजक ओपी शिवहरे वित्त प्रमुख रामकिशोर शिवहरे डॉक्टर महेंद्र कोठारी जवाहर कॉलोनी के पूर्व पार्षद पवन भार्गव दिवाकर चितले महावीर प्रसाद जैन बहोरन सिंह दांगी विष्णु गोयल डॉक्टर एमके शिवहरे सुरेश शर्मा बहादुर सिंह रावत पंडित हरिशंकर पुरोहित महेंद्र कुमार शर्मा अमृतलाल मेहता स्वाध्याय मंडल की महिला प्रमुख शशि भार्गव उषा शर्मा कांता कोठारी सिमरन शर्मा कैलाश नारायण स्वभाव बाबूलाल शर्मा विमलेश पहाड़िया मेवा भाई पहाड़िया सागर भार्गव सरवन लाल डॉo अशोक पाराशर गणपत सिंह परिहार कृष्ण कुमार पाठक आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे