शिवपुरी : एक बार फिर नगरपालिका की बैठक का कोंग्रेसी पार्षदों द्वारा तिरस्कार। आखिर यह कैसा नगरपालिका का माहौल।

Goonjta Bharat
0



शिवपुरी। नगर पालिका परिषद में सोमवार के दिन परिषद की बैठक आयोजित हुई विवाद के चलते हंगामे पूर्ण माहौल में यह बैठक मात्र 50 मिनट में ही खत्म हो गई। वही बैठक के शुरू होने के 15 मिनट के भीतर ही कांग्रेस के पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया और बाहर निकल कर नारेबाजी की। बता दें कि नगर परिषद की जगह चौथी बैठक थी वह भी सही तरीके से नहीं चल सकी।


नगर पालिका परिषद के भवन में आयोजित परिषद की बैठक में 14 बिंदुओं को लेकर चर्चा की जानी थी बैठक जैसे ही शुरू हुई वैसे ही पार्षदों ने सीएमओ केशव सगर व नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा से सवाल जवाब करना शुरू कर दिया। पार्षदों का कहना था कि जो कार्य पिछली परिषदों में स्वीकृत हुए थे वह अभी तक क्यों पूर्ण नहीं हुए। वार्डो में अंधेरा पड़ा हुआ हैखराब पड़ी हुई स्ट्रीट लाइटों को भी अभी तक नहीं बदला हैसड़कें भी खुदी पड़ी हुई हैवह भी अभी तक नहीं बनी है जबकि उसके टेंडर पहले ही हो चुके हैं। नगरपालिका के अधिकारी अपनी मनमर्जी के मुताबिक काम करा रहे हैं जिम्मेदार फोन नहीं उठाते इसका जवाब मांगा और कांग्रेसी पार्षदों ने परिषद की बैठक से वॉकआउट कर दिया और बाहर जाकर नारेबाजी की। कांग्रेसी पार्षदों का कहना था कि बालों में नालियां नहीं बनी हैसड़के नहीं बन रही हैस्टेट लाइट नहीं बदली है अब जनता हमारे घर पर आकर चक्कर लगाती है हम क्या जवाब दें। आज हमें पार्षद बने हुए पूरे 8 माह हो गए हैं और हम अपने वार्डों में विकास कार्य नहीं करा पा रहे हैं।

 

मेरी पत्नी उपाध्यक्ष, 8 माह में केवल दो नालियां ही बनवा पाए : व्यास

सांसद प्रतिनिधि राम जी व्यास ने भी वार्डों में काम न होने को लेकर आपत्ति दर्ज करवाई और उन्होंने इन सब का दोषी नगर पालिका के कर्मचारियों को बताया उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है और नगर परिषद अध्यक्ष जी भाजपा की है और उपाध्यक्ष के रूप में मेरी पत्नी सरोज व्यास है। उपाध्यक्ष होते हुए भी हम 8 माह में केवल दो नालियां बनवा पाए हैं। परिषद काम तो करना चाहती है लेकिन नगर पालिका में बैठे अधिकारी कर्मचारी अपनी मनमानी कर रहे हैं और जहां पसंद होता है जिस ठेकेदार से उन्हें काम करवाना होता है उसी से काम करवा रहे हैं। सीसी रोड के टेंडर 30 से 50 परसेंट जिलों पर गए हैं और जो रोड बन रही है वह गुणवत्ता हीन है इसकी शिकायत मैंने पिछली नगर परिषद की बैठक में की थी और हुआ भी यही जब उन रोडों की जांच कराई गई तो वहां गुणवत्ताहीन निकली। मड़ीखेड़ा की पाइप लाइन के लिए खोदी शहर की सड़केंरेस्टोरेशन के नाम पर ठेकेदार ने लंबाचौड़ा वजट ले लिया। इस बजट को सीएमओनिर्माण शाखा के कार्यपालन यंत्रीसहायक यंत्रीजल शाखा के प्रभारी ने ठेकेदार से गठजोड़ कर खुर्दबुर्द कर दिया और कागजी खानापूर्ति कर दी। अब आप खुद ही अंदाजा लगा लीजिए कि आगे विकास कार्य किस तरह का होगा कुल मिलाकर नगर परिषद की बैठक मात्र 50 मिनट में ही खत्म हो गई।

 

अंदर हॉल में चलती रही परिषद की बैठककांग्रेसी पार्षदों ने दिया धरना नेता प्रतिपक्ष शशि शर्मा द्वारा कांग्रेसी सभी 11 पार्षदों को साथ लेकर परिषद की बैठक का वहिष्कार करते हुए कहा कि आठ में हमारे पार्षदों की कोई सुनवाई नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा नहीं की गई। आज खम्बों पर लाईटसड़कें एवं साफ सफाई के लिए मोहताज बने हुए हैं। ऐसे हमें कैसे विकास की बात करें। नगर पालिका अध्यक्ष हमारी सुनवाई नहीं करती हैइसलिए हमने बैठक का वहिष्कार किया हैं। वार्ड क्रमांक की पार्षद मोनिका सड़ैया ने कहा कि तीन बार की परिषद गुपचुप तरीके से बैठक के एजेंडों में सभी पार्षदों की सहमति से पास कर लिए जाते हैंलेकिन इसके बाद हमारी कोई सुनवाई नहीं की जाती हैं। इस अवसर पर पार्षदएमडी गुर्जरशशि शर्मामोनिका सड़ैयापप्पू पार्षदसहित अन्य पार्षद गण उपस्थित

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)