परिमल समाज कल्याण समिति का संस्कृति पर्व 13 जुलाई से।
एक माह तक चलेगा अभियान,संस्कृति संरक्षण हेतु होंगे आयोजन।
शिवपुरी: दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही घटनाओं,नशे की गिरफ्त में आ रही युवा पीढ़ी को मार्गदर्शन देने उनके भविष्य को संवारने की विशुद्ध मंशा के साथ परिमल समाज कल्याण समिति शिवपुरी द्वारा 13 जुलाई से "संस्कृति पर्व" को प्रारम्भ किया जा रहा है,ये अभियान एक माह तक चलेगा।10 अगस्त को इस अभियान का समापन होगा।
परिमल समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस प्रकार रामायण और गीता से दूरी भारतीय समाज की हो रही है,महापुरुषों के जीवन चरित्र को भुलाया जा रहा है,नशे जैसी व्याधियों में युवा घिर रहे है,इन सभी विषमताओं को ध्यान रखते हुए 13 जुलाई से "संस्कृति पर्व" को प्रारम्भ किया जा रहा है।प्रथम चरण में 13 जुलाई रविवार को स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर अस्पताल चौराहा पर दोपहर 2 बजे शौर्य निनाद के नाम से कहानी,चित्रकला,कथा कथन व तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है,जिसमे तीन श्रेणी विद्यालय,महाविधालय व कोई आयु सीमा नही की ये प्रतियोगिता आयोजित होगी।भारतीय संस्कृति ,महापुरुष,कुटुंब ,आध्यात्मिक विषयो पर केंद्रित ये प्रतियोगिता रहेगी।
दूसरे चरण में हवन ,व भारतीय ज्ञान विज्ञान,कला संस्कृति पर आधारित प्रशिक्षण, , ध्यान आदि का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।इस प्रशिक्षण में समाज मे विशेष कार्य करने वाले,कला संस्कृति के नाम जीवन देने वाले विशिष्ठ जनों से प्रशिक्षण दिलवाया जायेगा।
अंतिम व तीसरे चरण में सभी की नैसर्गिक प्रतिभा को मंच देने निखार देने हेतु आयोजन होंगे।प्रशिक्षण में क्या पाया और अच्छे नागरिक के रूप में समाज मे व्याप्त विषमताओं को दूर करने,परिवारों को बचाने,पर्यावरण को बचाने व संवारने ,नागरिक कर्तव्यों का बोध कराने जैसी संकल्पना को प्रस्तुत किया जाएगा।विलुप्त होती जा रही दादा दादी,नाना नानी की कहानी प्रतियोगिता को भी इसमें शामिल दूसरे चरण में किया जाएगा।आत्मबल सभी का बढ़े इसी लिए हवन आदि को सीखाने व प्रतिदिन साहित्य अध्ययन ,स्वाध्याय करने जैसी नितांत आवश्यक जरूरतों से जोड़ने हेतु अभियान चलेगा,अंत मे 10 अगस्त को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के साथ आयोजन का समापन होगा। आयोजन हेतु एक मार्गदर्शन टोली बनाई गई है,जिसमे पुरुषोत्तम गौतम,हरिश्चन्द्र भार्गव,प्रमोद भार्गव, डॉ एच पी जैन,डॉ कुमार संजीव व राजेश गोयल,देवेंद्र मजेजी,उमेश भारद्वाज को रखा गया है।
इस आयोजन हेतु विद्यालय,महाविद्यालय व अन्य संस्थानों में प्रतिदिन संपर्क किया जा रहा है,संपर्क करने में श्याम बिहारी सरल,यशवंत भार्गव,डॉ योगेंद्र शुक्ला,धर्मेंद्र धाकड़,बसंत श्रीवास्तव,कल्पना सिनोरिया आदि प्रमुख है।