ग्वाल समाज की दो विचार धारा बर्दाश्त नहीं, सामंजस्य समन्वय बनाने का रहेगा प्रयास : महाते जगदीश वानिए।
समाज के नव निर्वाचित महाते, दीवान, चौधरी सहित उप प्रतिनिधियों का ग्वाल समाज सकल शिवपुरी ने किया स्वागत।
शिवपुरी- देखने में आ रहा है कि बीते लंबे समय से शिवपुरी, झांसी और सागर सहित ग्वाल समाज की अधिकांश छावनियों में दो-दो विचारधाराऐं चल रही है, यह बर्दाश्त योग्य नहीं है, सकल ग्वाल समाज सागर के द्वारा समाज के मुखिया महाते, दीवान और चौधरी के साथ हमें बनाए गए सहयोगी उप प्रतिनिधियों महाते, दीवान, चौधरी के साथ मिलकर हम प्रयास करेंगें कि आदि-अनादिकाल से ग्वाल समाज अपनी पुरातन परंपरा के रूप में पंचायती व्यवस्था को समस्त छावनियों में सुचारू रूप से चलायन मान करें और वर्तमान के युग को देखते हुए समाज के इन दायित्वों में भी समय के अनुरूप परिवर्तन किया जाए ताकि समाज का हरेक व्यक्ति समाज सेवा के रूप में आगे आकर समाजहित में अपना योगदान दे सके। ग्वाल समाज को एकजुट होने का यह संदेश दिया सागर सकल ग्वाल समाज द्वारा गत दिवस निर्वाचित सकल के महाते जगदीश वानिए ने जो स्थानीय गणेश एंजोरासिटी मैरिज हॉल में ग्वाल समाज सकल (पंच)शिवपुरी द्वारा आयोजित स्वागत समारोह कार्यक्रम के माध्यम से समाज को एकजुट करने का आह्वान कर रहे थे। इस अवसर पर सकल ग्वाल समाज सागर के चौधरी कमल रियार, दीवान पन्ना कछवाए सहित उप महाते हीरा पडऱया, चौधरी दीना लंबरदार, उप दीवान मुन्ना कछवाए का सकल ग्वाल (पंच)शिवपुरी अध्यक्ष राजू ग्वाल सहित ठकुरपुरा से दीवान धनीराम कछवाए, गोपाल वानिए, लुधावली से खुमान चंदेल, फूलचंद थम्मार, ठकुरपुरा से विष्णु दीवान, गिरधर दीवान शामिल हुए जिन्होंने ग्वाल समाज सकल(पंच)शिवपुरी की ओर से सागर छावनी के नव निर्वाचित समाजजनों का रॉली-चंदन से तिलक कर शॉल-श्रीफल, राधाकृष्ण पट्टिका ओढ़ाकर सम्मान किया।
इस स्वागत समारोह का सफल संचालन पथरिया से श्याम बाबू पचौरी के द्वारा किया गया जिन्होंने बताया कि ग्वाल समाज सागर के द्वारा समाजहित में सामाजिक समभाव की दृष्टि से बिना निर्वाचन प्रक्रिया के ही प्रति तीन वर्ष में समाज के मुखिया महाते, दीवान एवं चौधरी के दायित्वों में समाजजनों की सहमति से परिवर्तन किया जाता है। इसी क्रम में यह मनोनयन पुन: समाजजनों की सहमति से किए गए और समाज में इस बार एक नया परिवर्तन करते हुए प्रमुख महाते, दीवान, चौधरी के साथ उप महाते, दीवान एवं चौधरी का भी मनोनयन किया गया है ताकि प्रमुखजन किन्हीं कारणों से अनुपस्थित है तो यह जिम्मेदारी उप प्रतिनिधियों की रहेगी। इस दौरान सागर के नव युवा शंकर पहलवान के द्वारा सामाजिक सद्भावना की दृष्टि से समाज में एकजुटता का आह्वान किया गया और कहा कि समाज के प्रमुखजन महाते, दीवान, चौधरी ग्वाल समाज की शान आदि-अनादिकाल से रहे है इनके सम्मान का हमें ध्यान रखना होगा। इस दौरान युवा तरूणाई राजकुमार कछवाए के द्वारा शिवपुरी में चल रहे ग्वाल समाज का आपसी समन्वय ना होना और समाज के प्रमुखजनों पर लगाए गए अनावश्यक आरोपों को लेकर नाराजगी व्यक्त की और इसे लेकर समाज से एकजुट होने की बात कही। इस स्वागत समारोह में शामिल गणेश एंजोरा सिटी के संचालक व ग्वाल समाज सागर के वरिष्ठ समाजसेवी यश ग्वाल ने कहा कि हम प्रयास करेंगें कि भविष्य में समस्त ग्वाल समाज की छावनियों को एकजुट करने के लिए एक सामाजिक अधिवेशन का आयोजन किया जाए, हम सागर छावनी सहित अन्य छावनियों से भी आग्रह करेंगें कि इस पर विचार करें और समाज के विकास व उत्थान के लिए महत्वपूर्ण बिन्दु तय करते हुए उस अधिवेशन में समस्त समाज की ओर से सहमति मिलने पर प्रस्तावों को पास कर समाज में उनका पालन किया जाए। भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होकर समाजसेवा में कार्यरत शिवप्रसाद ररहा ने भी अपनी भावनाऐं समाज के साथ प्रकट होते हुए कहा कि ग्वाल समाज की सभी छावनियों में पंचायत व्यवस्था हमारे पूर्वजों से हमें विरासत में मिली है, यह सर्वमान्य सम्मानी व्यवस्था है, इसे सुचारू रूप से नेक नियत-नियमों से चलाना समाज बन्धुओं का दायित्व बनता है, इस भौतिकवादी युग में भले ही समाज के विभिन्न संगठन बनाकर कई लोग संपन्न हो गए होंगें लेकिन समाज से बढ़ा कोई नहीं हो सकता, इसलिए ऐसे लोग सावधान रहें क्योंकि समाज से विपरीत जाकर किसी का भला नहीं होगा और समाज गंगा में शामिल होकर समाज के विकास में अपना योगदान देना ही समाज के लिए सही समर्पण है इसका ध्यान रखें। स्वागत समारोह में कन्हैया दीवान, मूलचंद वानिए, अत्ता रियार, पप्पू ररहा, संदीप कछवाए, राजू रियार सहित बड़ी संख्या में ग्वाल समाज सागर छावनी के अन्य सेवा भावी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम समापन पर सभी के प्रति आभार प्रदर्शन पूर्व महाते महेश पडऱया के द्वारा व्यक्त किया गया।