शिवपुरी : 21 जून की काली रात ने की पंचायत सचिव राघवेंद्र लोधी की जीवन लीला की समाप्त। थिंक गैस के एरिया प्रवंधक के खिलाफ मामला दर्ज। फतेहपुर में हुआ था भीषण अग्निकांड।

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21 जून की शाम शहर के फतेहपुर क्षेत्र में एक अज्ञात गैस के कारण मकान में ब्लास्ट हो गया था। इस घटना में घायल हुए राघवेंद्र लोधी का उपचार के दौरान दिल्ली के सफरदरगंज में निधन हो गया। बता दें कि 21 जून को मकान में हुए ब्लास्ट में घर के भीतर आग में झुलसे राघवेंद्र लोधी, उनकी पत्नी रानी लोधी, बेटी काव्यांजलि लोधी सहित उज्ज्वल भार्गव को 21 जून की रात ग्वालियर के बिड़ला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। लेकिन राघवेंद्र लोधी और उनकी पत्नी रानी लोधी व बेटी काव्यांजलि की हालात में कोई सुधार नहीं आया था इसके बाद 26 जून को पति-पत्नी और उनकी बेटी को दिल्ली के सफरदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उपजार के दौरान राघवेंद्र लोधी ने मंगलवार की शाम दम तोड़ दिया। 

जानकारी के मुताबिक़ राघवेंद्र लोधी के शरीर का आज दिल्ली में पोस्टमार्टम कराया गया है इसके बाद उनके पार्थिव देह को बदरवास जनपद के गृह ग्राम कुटवारा लाया जाएगा जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। बता दें कि राघवेंद्र लोधी पिरोठ पंचायत के सचिव थे। वह लोकपाल लोधी और भैयासाहब लोधी के करीबी रिश्तेदार थे। उनके निधन के बाद गांव सहित परिवार और परिचितों में शोक की लहर है।

अब सामने नहीं आ सकी हादसे की बजह सामने -

शहर में दिल दहला देने वाली घटना २१ जून की शाम को घटित हुई थी। लेकिन आज दिनांक तक घटना की बजह सामने नहीं आ सकी है। हालाकिं 26 जून को गेल इंडिया की एक जांच टीम ने मौके का मुआयना किया था। लेकिन इनके द्वारा भी हादसे का कारण नहीं बताया गया। इधर हादसे का शिकार हुए राघवेंद्र लोधी ने हादसे का कारण जानने से पहले अपनी जान गवा दी वही राघवेंद्र की पत्नी रानी दिल्ली के सफरदरगंज अस्पताल में अभी मौत से जंग लड़ रही है।

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