मरीजों के साथ सम्मान और गरिमा के साथ करें व्यवहार : डॉ. राजेश अहिरवार
मेडिकल कॉलेज में विश्व रोगी सुरक्षा दिवस पर बताए मरीज और तीमारदार के अधिकार
शिवपुरी: श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में सोमवार को कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा विश्व रोगी सुरक्षा दिवस पर अधिष्ठाता डॉक्टर डी. परमहंस के मार्गदर्शन में जागरूक कार्यक्रम आयोजित किया गया। विश्व रोगी सुरक्षा दिवस मानने का उद्देश्य रोगियों की सुरक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाना और इसके साथ ही समन्वय व वैश्विक समझ बढ़ाना है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अधीक्षक डॉक्टर आशुतोष चौऋषि ने मरीज और तीमारदार के अधिकारों के बारे में बताया। साथ ही एक हॉस्पिटल की रोगी के प्रति क्या जिम्मेदारी होती है, इसकी भी आपको जानकारी दी। नर्सिंग इंचार्ज एवं पैरामेडिकल सहित प्रशिक्षु डॉक्टरों ने मरीजो के स्वास्थ्य संबंधी देखभाल एवं सावधानियों से संबंधित पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लिया। इस दौरान पूर्व डीन डॉक्टर ईला गुजारिया, विभागाध्यक्ष सर्जरी डॉक्टर अनंत राखूंडे, अस्थिरोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर पंकज शर्मा, डॉक्टर विष्णु गुप्ता सहित वरिष्ठ चिकित्सक शिक्षक , चिकित्सकगण, नर्सिंग स्टाफ मौजूद रहा।
*डॉ. राजेश अहिरवार ने इन मुख्य बिंदुओं पर डाला प्रकाश:*
डॉ. राजेश अहिरवार ने कहा कि सभी रोगियों को सुरक्षित, प्रभावी और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करने का अधिकार है। सभी रोगियों को बिना किसी डर के अपने हेल्थ केयर और देखभाल के अनुभव के बारे में शिकायत करने और प्रतिक्रिया देने का अधिकार है। रोगी या तीमारदार आधिकारिक तौर पर हेल्थ केयर या अस्पताल में अधिकृत अधिकारी के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं और गलत होने पर कार्रवाई करा सकते हैं।
साथ ही डॉ. अहिरवार का कहना था कि मरीज की गरिमा का सम्मान करना अस्पतालों की सर्वोच्च जिम्मेदारी है। चिकित्सा उपचार के दौरान एक महिला रोगी के पास हमेशा एक महिला स्वास्थ्य कर्मी होनी चाहिए. इसमें किसी भी प्रकार का जाति, धर्म या सामाजिक स्थिति का भेदभाव नहीं होना चाहिए। मरीज और उसके रिश्तेदारों को उपचार के सभी विकल्पों और उनके जुड़े जोखिमों व लाभ के बारे में जानने का पूरा अधिकार है. अस्पताल को यह जानकारी रोगी और उसके परिजनों को उसकी भाषा में देनी होगी, जिसमें रोग समझ सकें। साथ ही हर मरीज की ज़िम्मेदारी है कि उसके व्यवहार से किसी अन्य मरीज को परेशानी न हो एवं उसके गलत व्यवहार से हॉस्पिटल का माहौल भी खराब न हो।
WHO का निर्धारित 6 रोगी सुरक्षा लक्ष्य:
- मरीजों की सही पहचानप्रभावी संचार में सुधारहाई-अलर्ट दवाओं की सुरक्षा में सुधार करना।
- गलत-साइट, गलत-रोगी, गलत-प्रक्रिया सर्जरी को हटा दें।
- अस्पताल और रोगियों से मिलने वाले संक्रमणों को कम करना।
- गिरने से रोगी को होने वाले नुकसान के जोखिम को कम करें।