जहां वैदेही वहां ही राम हैं - वासुदेव नंदिनी भार्गव
ग्राम राजपुर (दिनारा) में इन दिनों श्री हनुमान मंदिर पर चल रही पांच दिवसीय श्री राम कथा में भक्ति रस की गंगा बह रही है। राम चरित मानस कथा में पंडित बालयोगी श्री बासुदेव नंदिनी भार्गव जी ने श्री राम जी के विवाहोत्सव की दिव्य कथा का रसास्वादन कराया।
राम जी का विवाह वैदेही से हुआ अर्थात् राम सदैव वैदेही का ही वरण करते है। वैदेही का अर्थ है जो देह से परे होता है वो राम जी के योग्य हैं। जहां दैहि हो बहा काम की चर्चा होती हैं। जहां वैदेही हो बहा राम की चर्चा होती है। प्रति वर्ष आयोजित होने वाले इस श्री रामकथा महोत्सव मैं आसपास के सैंकड़ों भक्त कथा का रसपान कर रहे हैं।