शिवपुरी मंडी में सचिव, व्यापारी, किसान परेशान, कर्मचारी कर रहे मनमानी। मंडी सचिव बोले कई सालों से जमे है कर्मचारी ट्रांसफर हो जाए तो सुधर जाए व्यवस्थाएं।

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शिवपुरी मंडी में सचिव, व्यापारी, किसान परेशान, कर्मचारी कर रहे मनमानी।

मंडी सचिव बोले कई सालों से जमे है कर्मचारी ट्रांसफर हो जाए तो सुधर जाए व्यवस्थाएं।

शिवपुरी। कृषि उपज मंडी शिवपुरी में इन दिनों सचिव के द्वारा व्‍यवस्‍थाएं नियमों में लाई जा रही हैं। इसका असर उन कर्मचारियों पर पड़ रहा है, जिनके नाम से अब तक पूरी मंडी का साम्राज्‍य चलता है। अब यहां कर्मचारी मंडी सचिव को परेशान कर रहे हैं और ठीक ढंग से अपना कार्य नहीं कर रहे हैं जिस वजह से सारी व्यवस्थाएं फेल चल रही है और किसान व व्यापारी परेशान हो रहे हैं। 

सचिव विश्वनाथ सिंह द्वारा कर्मचारियों को जब सेवा नियम की याद दिलाई गई तो कर्मचारी वर्ग नाराज हो गए मंडी सचिव की कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं सचिन भी इन मंडी कर्मचारी से परेशान हो गए और कहां की यह कर्मचारी 15 सालों से जमे हुए हैं और अपनी मनमर्जी कर रहे हैं मैं वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर इनके ट्रांसफर की बात कहूंगा तभी इस मंडी में सुधार आ सकेगा।

 अब देखना यह है कि क्‍या मंडी में कर्मचारियों का सिंडीकेट खत्‍म होता है या फिर अधिकारी पर दबाव बनाने में एक बार फिर कर्मचारियों का सिंडीकेट सफल रहता है।

बात करें मंडी कर्मचारियों की तो हर साल सीजन में सिर फुटव्‍वल वाली स्थिति बनने और मंडी में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम अब तक कर्मचारियों के सिंडीकेट से खूब फला-फूला है। अगर कार्रवाई करने की बात कही जाती है तो मंडी के कर्मचारी एकजुट हो जाते हैं और उल्टी शिकायत करने लगते हैं। बरसों से जमा कर्मचारी भ्रष्टाचार को अंजाम देने में लगे हुए हैं और किसान परेशान हो रहा है भाई किसानों के साथ-साथ व्यापारी भी व्यवस्थाओं को लेकर परेशान है ऐसे में कैसे मंडी का संचालन होगा। यहां कई वर्षों से कर्मचारी जमा हुए हैं और इन्होंने अपना ग्रुप बना लिया है जो जाकर सचिव के खिलाफ व्यापारी व किसानों को बढ़ते रहते हैं और अपना कार्य सही तरीके से नहीं करते।

सचिन विश्वनाथ सिंह ने कहा कि मंडी की व्‍यवस्‍थाओं की तो जिनके जिम्‍मे मंडी में व्‍यवस्‍थाएं सुधारने की जिम्‍मेदारी है, वे ही यदि अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभा लें तो मंडी की व्‍यवस्‍थाएं काफी हद तक सुधर जाएंगी। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है मंडी कर्मचारी इसके विपरीत कार्य कर रहे हैं।

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