सिंधिया के क्षेत्र में अवैध खनन जोरों पर: अधिकारियों की मनमानी यहां सरकार आदिवासियों के लिए बनवा रही जनमन आवास वहीं हो रहा मुरम का अवैध उत्खनन।

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सिंधिया के क्षेत्र में अवैध खनन जोरों पर: अधिकारियों की मनमानी यहां सरकार आदिवासियों के लिए बनवा रही जनमन आवास वहीं हो रहा मुरम का अवैध उत्खनन।

शिवपुरी। शिवपुरी में अधिकारियों की मनमानी चल रही है और वह अपनी मर्जी से कार्य कर रहे हैं। इसका नतीजा हमें पिछले दिनों देखने को मिला है जब जनपद सीईओ के लापरवाही के चलते मंत्री नाराज हो गए और अधिकारियों को नौटंकी बाज बताते हुए वहां से चले गए। इसके तीन दिन बाद सीईओ को सस्पेंड कर दिया गया लेकिन यह केवल एक विभाग की बात नहीं है शिवपुरी में कई विभाग ऐसे हैं यह अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं और जनता के पैसों को भ्रष्टाचार करने में लगे हुए हैं।

 ऐसा ही एक मामला देखने को मिला जहां सरकार आदिवासियों को रहने के लिए पीएम जनमन आवास बना कर दे रही है वही अवैध खनन कारोबारी ने इन जर्मन आवास वाली जमीन को ही खोद डाला और लाखों रुपए की बजरी निकाल ली। ऐसा नहीं है कि इस की जानकारी खनिज विभाग को नहीं है लेकिन कार्यवाही सिर्फ नाम की की जाती है और खनन कारोबारी बेखौफ होकर अपने कार्य को अंजाम देने में लगे हुए हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव के समय बड़ा किया था कि मैं अपने क्षेत्र में अवैध खनन व कोई भी गलत कार्य नहीं होने दूंगा लेकिन परिणाम इसके विपरीत है और अवैध कारोबार शिवपुरी जिले में जोर शोर से चल रहा है।

सरकार आदिवासियों को रहने के लिए स्थायी छत के रूप में पीएम जनमन आवास बनवाकर दे रही है। मुरम माफिया ने आदिवासियों के आवासों के बगल में ही गहरी खाई खोद दी है। बरसात में पानी भरने से आदिवासी बच्चों के लिए यह खाई खतरा साबित हो सकती है। मामला शिवपुरी जनपद की ग्राम पंचायत सुहारा के आदिवासी गांव गिरमोरा का है। यहां छोटे सरकारी तालाब से एक महीने में ढाई बीघा में अवैध मुरम उत्खनन हो गया है।

शिवपुरी शहर से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर आदिवासी ग्राम गिरमोरा बस्ती में खनन कारोबारी द्वारा अवैध मोहर्रम का खनन किया जा रहा है बता दे कि यहां पीएम जनमन आवास योजना के तहत आवासों का निर्माण कार्य भी चल रहा है और आए दिन अधिकारियों का जहां आना जाना रहता है लेकिन सब कुछ देखने के बाद भी अनदेखी कर रहे हैं। यदि ध्यान नहीं दिया तो पहले से ज्यादा क्षेत्रफल में अवैध मुरम उत्खनन हो जाएगा। साथ ही यह गहरी खाई आदिवासियों के लिए जान का खतरा साबित हो सकती है।

अवैध खनन के चलते जा चुकी है जान

नवोदा गांव में अभय मुरम के गड्ढे में डूबने से 28 सितंबर 2024 को तीन बंजारा बच्चों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी गिरमोरा गांव के पास अवैध मुरम उत्खनन कर गहरी खाई बना दी है।

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