शिवपुरी : परिमल समिति के संस्कृति पर्व का भव्यता और दिव्यता के साथ हुआ समापन। विशिष्ठ हस्तियों पर आधारित चलचित्र व परिमल शोध शुभारम्भ की हुई प्रशंसा।

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परिमल समिति के संस्कृति पर्व का भव्यता और दिव्यता के साथ हुआ समापन।

विशिष्ठ हस्तियों पर आधारित चलचित्र व परिमल शोध शुभारम्भ की हुई प्रशंसा।

शिवपुरी:- विगत एक माह से अनवरत जारी परिमल समाज कल्याण समिति के संस्कृति पर्व 2025 का विधिवत समापन स्थानीय शगुन वाटिका में भव्यता व दिव्यता के साथ हुआ।शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन,सिंधी अकादमी निदेशक राजेश बाधवानी,जिला पंचायत सदस्य भूपेंद्र पटेल, समाजसेवी पवन जैन,डॉ एच पी जैन,हरिश्चंद्र भार्गव,प्रमोद भार्गव,पुरुषोत्तम गौतम अतिथि रूप में मौजूद रहे।

परिमल समाज कल्याण समिति के संस्कृति पर्व समापन अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन ने कहा कि मैने 50 वर्षों में पहली बार ऐसा साहित्यिक आयोजन देखा है,जिसमे संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन हेतु व्यापक रूपरेखा प्रस्तुत की गई है।विलुप्त होती जा रही कलाओं को बचाने व संवारने की दिशा में इस प्रयास की मुक्त कंठ से प्रशंसा होनी चाहिए।में जब छोटा था तब परिवार के साथ रामलीला देखने जाता था,बड़ा आनंद आता था,पंरन्तु अब वह परंपरा ही बंद हो गयी,परिवार व्यवस्था ही ध्वस्त होती जा रही है,इस दिशा में परिमल समिति का प्रयास सराहनीय है।







मुख्य वक्ता के रूप में सिंधी अकादमी संस्कृति विभाग भोपाल के निदेशक राजेश बाधवानी ने समाज जीवन मे संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन में सामाजिक संस्थाओं की भूमिका विषय पर बोलते हुए कहा कि संजा,नोटंकी जैसे कलाएं समाप्ति की कगार पर है,जिससे संस्कृति का गुणगान होता था,कठपुतली कला या जिझौति सब कुछ समाप्त होती जा रही है।कुंवारी कन्याओं की पूजा प्रथा समाप्त होती जा रही है,जिससे भगिनी रूप में देखने की दृष्टि भी बदल रही है।इन विकृतियों को रोकने व संस्कृति के मूलभूत तत्वों को बचाने व संवारने में सामाजिक संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है,और इस जिम्मेदारी को परिमल समिति ने न सिर्फ समझा बल्कि जिस तरह से एक माह के इस आयोजन के माध्यम से चाहे कलाओं को बचाने की व्यवस्था हो या दादा दादी,नाना नानी की कहानी के रूप में हमारी विराट संस्कृति को पुनर्स्थापित करने की सोच हो सभी के माध्यम से उल्लेखनीय कार्य करके दिखाया है,में इस कार्य की संस्कृति पर्व की भूरी भूरी प्रशंसा करता हु।

इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य भूपेंद्र पटेल पडोरा और समाजसेवी पवन जैन ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

शिवपुरी की विशिष्ठ हस्तियों पर आधारित एक फ़िल्म का विमोचन व परिमल शोध कार्य का शुभारंभ भी इस अवसर पर हुआ।विभिन्न क्षेत्रो में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रमुख व्यक्तियों का सम्मान भी किया गया।तदुपरांत विभिन्न प्रतियोगिताओं के पुरस्कार वितरण भी अतिथियों के द्वारा किया गया।इस से पूर्व अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया,जिसमे ध्रुव शर्मा गंजबासौदा,अमित बिल्लोरे सोहागपुर,अनिल मुदगल सबलगढ़,पवन तोमर मुरैना,शिवम सिसोदिया ग्वालियर,शिखा रघुवंशी विदिशा,सौरभ सूर्य नर्मदापुरम,अनुज भार्गव विदिशा,सत्येंद्र सत्यज विजयपुर,श्याम बिहारी सरल व बसंत श्रीवास्तव शिवपुरी ने भी काव्य पाठ किया।कवि सम्मेलन का संचालन ध्रुव बेचैन विदिशा ने किया।समापन कार्यक्रम में परिमल समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने पूरे एक माह की रूपरेखा व आयोजन की जानकारी प्रस्तुत की।अतिथियों का स्वागत यशवंत भार्गव,योगेंद्र शुक्ला,धर्मेंद्र धाकड़,रजनी राठौर,अंकेश धाकड़,मनोज अग्रवाल,दयाशंकर गुप्ता,शरद गोस्वामी ने किया।

शिवपुरी की विशिष्ठ हस्तियों स्वर्गीय हरिहर निवास द्विवेदी, गोपालकृष्ण पुराणिक आदर्श विद्यालय पौहरी,महात्मा नारायणदास, राधेश्याम द्विवेदी, मदनमोहन शर्मा शाही,घासीराम जैन चंद्रकवि,रामनारायण लहरी,मनोरमा त्रिवेदी,शमा छिब्बर,राजकुमार जैन जड़ी बूटी,चुन्नीलाल सलूजा कहानीकार,मुरारीलाल विरमानी शायर,प्राचार्य लखनलाल खरे पर आधारित चल चित्र जारी किया गया,जो वर्ष भर प्रसारित जगह जगह होता रहेगा।

आभार श्यामबिहारी सरल ने ज्ञापित किया।एक भव्य व दिव्य आयोजन का समापन हुआ।

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